अशोक के संकलन में सोने, चांदी, पीतल, तांबा, लोहा से अष्टधातु मिश्रित गणेश प्रतिमाएं हैं, तो किस्म-किस्म की मिट्टी, काष्ट और कांच, झाड़ू, बांस, मूंगा, सुपारी और धागे से बनी प्रतिमाएं भी शामिल हैं। महाराष्ट्र के अष्ट विनायक दुनियाभर में विख्यात हैं, लेकिन ये दो प्रकार के होते हैं, विदर्भ और मराठवाड़ा दोनों के अष्ट विनायक अशोक के संकलन में हैं। देशभर में विख्यात गणेश मंदिरों की प्रतिमाओं की प्रतिकृति भी उनके पास हैं। इसके अलावा उनके पास राजरवि वर्मा द्वारा बनाई गई भगवान गणेश की रिद्दी और सिद्दी सहित पेंटिंग और गोकर्ण महागणपति की दुर्लभ पेटिंग भी है।
गणपति जी का अनूठा संग्रह:घर का नाम गणपति-शोभा, 25 साल में देशभर से किया भगवान गणेश की 500 से अधिक मूर्तियां और पेंटिंग्स का कलेक्शन
• Patrakar Sudhir Mishra