यदि प्रधानमंत्रीजी लॉक डाउन नही करते तो बहुत लोगो की जान जा सकती थी और देश जैसे हालात हो सकते थे जिनकी संख्या हजारो से ज्यादा थी
समय से पहले निर्णय लेना सही था यदि उनकी जगह कोई सरकार होती वह भी दुविधा में रहकर इतना बढ़ा निर्णय नही करती वह तो सबसे पहले फायदा देखती नुकसान प्रधानमंत्री की जगह रखकर देखे सभी नेता जो बड़ी बड़ी बातें करते है आलोचना
मजदूर के लिये सरकार ने ट्रेन चलाई लेकिन महाराष्ट बंगाल जैसे राज्य ने लापरवाही की मॉनवता नही निभाई ऐसे ही और राज्य में हुआ उसका नतीजा मजदूरो की जान गई क्योकि एक दूसरे पर निर्भर रहना यही कारण रहा जहाँ सही हाथ में सत्ता होती है वहा राज्य सुरक्षित रहता है भोपाल के मुख्यमंत्रीजी ने बाहर से आए हुए मजदूर प्रदेश के मजदूरो का ध्यान रखा उन्हें सुरक्षित घर पहुँचाया यही मॉनवता धर्म है जहां छल कपट होता है वहा सिर्फ अपना सवार्थ देखा जाता है ।दिल्ली में इतना लॉक डाउन में वहां के मुख्यमंन्त्री ने ढील दी कि वहाँ वायरस की संख्या बढ़ गई
यदि प्रधानमंत्रीजी लॉक डाउन नही करते तो बहुत लोगो की जान जा सकती थी