यदि पत्रकार नही होता तो संसार मे परिवर्तन नही होता

यदि पत्रकार नही होता तो संसार मे परिवर्तन नही होता यदि वह अपनी सत्य की कलम की ताकत नही दिखाता तो जनता की समस्या का हल नही होता यदि वह भारत की आवाज़ नही बनता तो देश परिवर्तम नही करता यदि पत्रकार सेना की आवाज़ उनका हौसला नही बनता तो दुश्मनों को मात देना मुश्किल होता सेना की ताकत जनता राष्ट की ताकत पत्रकार है उसकी कलम सत्य लिखती है वह बोलने आवाज़ की ताकत है राजनीति में दर्पण की तरफ साफ रखना नेताओ को।जनता का दर्द बताना पत्रकार का काम है पत्रकार नही हो तो सभी जानकारी जनता को कैसे मिलेगी उसी से पहचान है ।