सिंधिया की संसद में एंट्री, सुमेर सिंह सोलंकी भी चढ़ेगे संसद की सीढ़ियां


राज्यसभा चुनाव के नतीजे आ चुके है और जैसी संभावना जताई जा रही थी नतीजा वैसा ही आया है, बीजेपी को दो सीटें मिली हैं। ज्योतिरादित्य सिंधिया की एकबार फिर संसद में एंट्री हुई, तो सुमेर सिंह सोलंकी पहली बार संसद की सीढ़ियां चढेंगे दिग्विजय सिंह का चुना जाना तय था।कांग्रेस को पहले से पता था कि उसे राज्यसभा की एक ही सीट मिलने वाली है और कांग्रेस इसके लिए मानसिक तौर पर तैयार भी थी।  कमलनाथ ने कहा कि जब 22 विधायक कांग्रेस छोड़कर गए तभी से पता था कि कांग्रेस केवल एक ही सीट जीतने वाली है। इसे लेकर कोई मानसिक दबाव नहीं था। मगर ये जरूर आरोप लगाया कि बीजेपी ने सौदेबाजी से दूसरी सीट जीती।दरअसल 22 विधायकों के इस्तीफे के बाद ही विधानसभा का आंकड़ा बदल गया था। विधानसभा में मौजूदा विधायकों की संख्या रह गई 206 बीजेपी के विधायकों की संख्या 107, कांग्रेस के 92 और  निर्दलीय विधायकों की संख्या 7 बीजेपी बगैर किसी के समर्थन के ही दो सीटें जीतने में सक्षम थी। बावजूद इसके  सपा बसपा और तीन निर्दलीय विधायकों ने बीजेपी को समर्थन दिया जबकि कांग्रेस को एक निर्दलीय विधायक का समर्थन मिला।राज्यसभा चुनाव में ज्योतिरादित्य सिंधिया को मिले 56 वोट सुमेर सिंह सोलंकी को 55 और दिग्विजय सिंह को मिले 57 वोट तो फूल सिंह बरैया को  36 वोट मिले 22 विधायकों के कांग्रेस छोड़ने के बाद बीजेपी पहले दिन से दो सीटें जीतने का दावा कर रही थी मगर बीजेपी ने राज्यसभा चुनाव के लिए दलित कार्ड खेला था, बीजेपी लगातार मांग उठाती रही कि कांग्रेस दिग्विजय सिंह को राज्यसभा भेजकर फूल सिंह बरैया को तवज्जो नहीं दे रही, वोटिंग शुरू होने  के बाद तक बीजेपी ने इस मुद्दे को भुनाने में कसर बाकी नहीं छोड़ी बहरहाल जिस राज्यसभा चुनाव की दूसरी सीट के लिए  लिए मप्र में सत्ता परिवर्तन हुआ वो अब पूरा हो चुका है। इस दूसरी सीट की वजह से ही 24 उपचुनाव की नौबत आई है। ऐसे में अब दोनों ही राजनीतिक दलों का अगला टारगेट है 24 सीटों पर होने वाले उपचुनाव ।