पहले भारत के लोग आत्मनिर्भर थे अपने हाथों से मेहनत से काम करते थे

पहले भारत के लोग आत्मनिर्भर थे अपने हाथों से मेहनत से काम करते थे जैसे जैसे भारत मे बाहर का निवेश हुआ भारत के श्रमिक कारीगर बेरोजगार हुए उनके पुश्तेनी काम छीन गया भारत अपने ही लोगो की बनी हुई वस्तुओं पर भोरोसा नही किया भारत बाहर से आए हुए चीन चाइना के प्रोडक्ट पर निर्भर रहा जो नकली सस्ता प्रोडक्ट कोई गारंटी नही ऐसे वह भारत मे भेजने लगा भारत के हर त्योहार पर हमारे श्रमिक के बने हुए प्रोडक्ट नही होते थे बाहर की बनी हुई वस्तु बेची जाती थी इसमे व्यापारी भी दोषी है जो चाइना से सामान मंगाता था भारत में मेहनत से बनी हुई वस्तु को अनदेखा करना था जो इतने सालों में जिसकी सरकार थी वह भी दोषी रही आज गरीब वही खड़ा है जहां पहले था भारत के श्रमिक को आगे लाना चाहिये सरकार को मेहनत कर्म के बिना विकास अधूरा रहता है अर्थव्यवस्था मजबूत करने के लिये भारत मे निवेश को बढ़ावा देना चाहिए भारत का पैसा भारतके लगे आत्मनिर्भर भारत सिर्फ प्रधानमंत्रीजी हर राज्य के प्रदेश के मुख्यमंन्त्री सभी को एकजुट होकर काम करना होगा 
तभी भारत कम समय मे जल्दी उभरेगा।