मध्य प्रदेश की शिवराज सरकार ने पूर्व की कमलनाथ सरकार का फैसला बदल दिया है, अब प्रदेश में महापौर चुनाव प्रत्यक्ष प्रणाली से ही होंगे। यानि कि जनता खुद ही अपना महापौर चुनेगी, आपको बता दें। पूर्व की कमलनाथ सरकार ने नगरपालिक निगम अधिनियम में संशोधन कर प्रदेश में 20 साल बाद अप्रत्यक्ष प्रणाली से महापौर और अध्यक्ष का चुनाव कराने का फैसला किया था। तत्कालीन कांग्रेस सरकार ने नगर पालिका निगम एक्ट में बदलाव किया था, इसके तहत चुनाव में जीतकर आए पार्षद, महापौर और नगरपालिका अध्यक्ष को चुन सकते थे।
मध्यप्रदेश की जनता खुद चुनेगी अपना महापौर 30 May 2020