छतरपुर में आंधी-तूफान ने मचाई तबाही

मध्य प्रदेश के छतरपुर जिले में तेज आंधी-तूफान ने भारी क्षति पहुंचाई है. यहां एक बुजुर्ग महिला सहित सैकड़ों पक्षियों की जान गई है. बारिश के बाद हुए नुकसान को देखते हुए जिले के कलेक्टर ने पटवारियों को तत्काल सर्वे करने के आदेश दिए हैं. यहां नौगांव में तेज आंधी तूफान और ओलावृष्टि से सबसे ज्यादा नुकसान की खबर है.



आंधी-तूफान और बारिश के कारण कच्चे मकान में सो रही बुजुर्ग महिला की मौत हो गई. तबाही को देखते हुए प्रशासन ने सर्वे का काम शुरू कर दिया है. मृतक महिला के परिजनों को चार लाख रुपये की सहायता राशि देने की घोषणा की गई है. पूरे इलाके में तेज आंधी तूफान की वजह से करीब 400 पेड़ उखड़ गए हैं. पूरे इलाके की बिजली गुल है. नौगांव के एसडीएम ने कहा है कि गुरुवार शाम 8 बजे तक लाइट सही हो पाएगी. इसे दुरुस्त करने का काम जारी है.


छतरपुर में सुबह करीब चार बजे जब लोग अपने घरों में सो रहे थे, तभी अचानक आई तेज आंधी-बारिश और ओलावृष्टि ने बड़े पैमाने पर नुकसान पहुंचाया. इसका सबसे अधिक असर जिले के नौगांव क्षेत्र में देखा गया है. नेगुवा में अपने कच्चे मकान में सो रही 70 वर्षीय बुजुर्ग महिला भन्ना कुशवाहा की तूफान की वजह से मौत हो गई. वहीं कई इलाकों में पेड़ पौधों से लेकर बड़े-बड़े पोल और बिजली के खंबे भी धराशाई हो गए. इसके कारण इलाके में सुबह से ही बिजली गुल है. इस आंधी की त्रासदी में सैकड़ों की संख्या में तोतों की जान भी चली गई.



उधर इस घटना को देखने के लिए नगर के लोग इकट्ठा हो गए जिसके चलते लॉकडाउन और सोशल डिस्टेंसिंग का पालन नहीं हो सका. वही आंधी तूफान की जानकारी लगते ही जिला प्रशासन हरकत में आया और कलेक्टर शीलेन्द्र सिंह ने जिले के सभी पटवारियों को तत्काल प्रभाव से सर्वे करने के आदेश देते हुए जांच रिपोर्ट देने की बात कही है. साथ ही मृतक महिला के परिजनों को चार लाख रुपये देने की घोषणा की गई है. बिजली को सुधारने का काम तेजी से चल रहा है. एसडीएम के अनुसार शाम 8 बजे तक लाइट ठीक होने का अनुमान है.