ईश्वर मानव की परीक्षा लेते है कुछ अधर्म के पीछे धर्म छिपा रहता है

 


: ईश्वर मानव की परीक्षा लेते है कुछ अधर्म के पीछे धर्म छिपा रहता है जब वायरस चारो तरफ फैला है तो मनुष्य हर कठिन परिस्थितियों में मानवता का धर्म निभा रहा है यही कर्म मनुष्य को हर विपत्ति से बचाता है यही भारत की सँस्कृति है । मानवता की सेवा किसी भी रूप में करनी चाहिए धर्म कर्म सेवा दया यही ईश्वर तक जाता है । कोई गरीब भूखे पेट नही सोए आज जब सभी लोग कठिन परिस्थिति का सामना कर रहे है । यही मौका होता है जब सब छोड़कर ईश्वर के लिये काम  करने का चाहे  भगवान की सेवा करो या मानकता की बात एक ही है जीवन का एक मात्र उद्देश्य है अंधकार से प्रकाश की ओर जाना संघर्ष तो हर जन्म में भगवान को भी करना पड़ा तो फिर मबुष्य है दुख के बाद ही सुख आता है । आज सभी का समय दुख का है चाहे अमीर हो या गरीब बीमारी से सभी जूझ रहे है । ईश्वर की नजर में सब बराबर है। दुख आया उसमे भी कुछ अच्छे कर्म के लिये आया है। यह बताने की मनुष्य की जिंदगी वर्तमान में जीने की है समय का चक्र कब बदल जाए जितना समय है उतना सेवा में कर्म धर्म मे लगाने का है ।भविष्य कल क्या होगा यह किसी ने नही सोचा है। आज पूरा विश्व अंधकार में है वह प्रकाश की तलाश में सिर्फ एक ईश्वर ही जो सभी को प्रकाश में ले जा सकते है । उन।पर विश्वास ही शक्ति है।


 



: मनुष्य भविष्य की चिंता करते है आज ऐसा  समय आया भविष्य ही वर्तमान में दिख गया मनुष्य यही समझता है उसका जीवन पूरा है लेकिन कल क्या होगा वह नही जानता समय सब ईश्वर के हाथ होता है। समय से पहले चले अंधकार को मिटाकर प्रकाश में सकरात्मक विचार ही मानव को जीना  सिखाते है। जीना है तो वर्तमान में जीना चाहिए जो काम भविष्य में करने है वह आज पूरे समय से पहले तभी व्यक्ति अच्छी जिंदगी जी सकता है वह भी शांति से ।
[19:44, 4/2/2020] Wife Monika: प्रधानमंत्री जी ने जनता की सुरक्षा के लिये उनके हितों की रक्षा के लिये अच्छे कदम उठाए जो जरूरी था यदि वह ऐसा नही करते तो भारत की जनता का हाल दूसरे देशों जैसा होता जनता की सुरक्षा पहले करनी चाहिये यही दायित्व प्रधानमंत्रीजी का होता है। राष्ट पहले प्राथमिकता होनी चाहिये।