डॉक्टर मरीजो के कारण संक्रमित हो रहे है इससे बचने के लिये सबसे अच्छा है कि मरीजो को एडमिट नही करके मेडिशन देकर उनको घर मे रहने की सलाह इससे मरीज भी ठीक होंगे डॉक्टर को भी तनाव नही होगा संक्रमण फैलने का खतरा भी नहीहोगा मरीज भी डरता है एडमिट होने से इसलिये सरकार को समझदारी से काम करना होगा ।
होम्योपैथिक आर्युवेदिक के कोई साइडइफेक्ट नही है सभी लोग इसे विश्वास के साथ खाते है यही मेडिसन कम समय मे जलदी ठीक करती है जड़ से खत्म एलोपेथिक ठीक कर देगी समय ज्यादा लगेगा फिर भी गारंटी नही है कि रोग फिर से आ जाए।
प्रकति से बनी मेडिसन रामबाण है यह हर बीमारी को दूर करती है।
मनुष्य की जिंदगी की बहुत कीमत होती है यह उस पर निर्भर है कि वह जीवन का कितना समय चाहता है कम उम्र या अधिक उस पर निर्भर है यदि वह अपने अंदर की शक्ति खो देता है तो आत्मविशवास वह अपने जीवन का कम उम्र में जान गवा देता है। यदि उसे जीने की चाह है तो अपने अंदर की शक्ति को पहचानकर बड़ी बीमारियो को भी ठीक कर सकता है यह सोच सकरात्मक होनी चाहिये नकरात्मक नही बुरे विचारों का त्याग मन मे अंदर के विचार लाने होंगे तभी वह जीवन पूरा जी सकता है मनुष्य के हाथों में कर्म भाग्य की रेखा होती है वह जैसा सोचेगा वैसे ही रेखा बदलती है। यदि जीने की चाह इच्छा शक्ति है तो उसे बीमारी से लड़कर जितना होगा तभी वह उम्र का हर पड़ाव पार कर सकता है उसके लिए भी सातविक खाने से आत्मविशवास बढ़ता है ऊर्जा का संचार होता है यह सिर्फ मानव पर निर्भर है उसे किस मार्ग पर चलना है।