रायपुर. कोरोना पीड़ित एक और मरीज को सोमवार को एम्स से छुट्टी दे दी गई। कोरबा के युवक का एक हफ्ते पहले भर्ती किया गया था। अब राज्य के 10 में से 9 कोरोना पीड़ित ठीक होकर घर जा चुके हैं। कोरबा के ही एक और युवक का एम्स में इलाज चल रहा है। इस बीच भूपेश सरकार ने राज्य में लॉकडाउन के दौरान लोगों की आवाजाही को नियंत्रित करने के लिए दवाइयों की होम डिलीवरी की व्यवस्था की है। इसके लिए प्रदेश सरकार ने 28 जिलों के 614 मेडिकल स्टोर की मोबाइल नंबर और ई-मेल के साथ सूची जारी की है, जिससे लोग घर पर ही दवाएं मंगा सकेंगे। साथ ही, सीएम भूपेश बघेल ने पीएम नरेंद्र मोदी को पत्र लिखकर यह आग्रह किया है कि वे 14 अप्रैल के बाद रेल, बस या हवाई सेवा ठोस व्यवस्था के बाद ही शुरू करें, जिससे छत्तीसगढ़ या दूसरे राज्यों में संक्रमण न फैले।
वहीं स्वास्थ्य मंत्री टीएस सिंहदेव ने संकेत दिए हैं कि प्रदेश में लॉकडाउन की समय सीमा 14 अप्रैल से आगे बढ़ाई जा सकती है। स्वास्थ्य मंत्री ने कहा है कि छत्तीसगढ़ की सीमा से कोरेाना प्रभावित राज्य लगे हुए हैं। सभी राज्यों की सीमाएं आवागमन के लिए खुल जाएंगी तो संक्रमण फैसले की आशंका है, इसलिए इस संबंध में फैसला लेने से पूर्व विशेषज्ञों से राय ली जा रही है। जिन क्षेत्रों में कोरोना संक्रमण की आशंका नहीं है, उन क्षेत्रों में लॉकडाउन खोलने के विकल्पों पर विचार हो रहा है।
दूसरे राज्यों में बढ़ रहे मरीज, प्रदेश में आए तो बढ़ जाएगी परेशानी: भूपेश
सीएम भूपेश ने पीएम मोदी को पत्र में लिखा है कि देश वर्तमान में कोरोनावायरस आपदा से जूझ रहा है। छत्तीसगढ़ देश के सर्वप्रथम राज्यों में से एक है, जहां 18 मार्च को कोरोना का पहला मरीज मिलने के बाद 21 मार्च को लॉकडाउन की घोषणा कर दी गई थी। पीएम के निर्णय के अनुसार 14 अप्रैल तक पूर्ण लॉकडाउन की स्थिति लागू रहेगी। यहां 4 अप्रैल तक 1590 लोगों के सैंपल लिए गए थे। इनमें से 1375 की रिपोर्ट निगेटिव रही। 205 की जांच जारी है। यहां अब तक किसी भी पीड़ित की मृत्यु नहीं हुई है। सीएम ने आशंका जताई है कि 14 अप्रैल के बाद देश में ट्रेन, प्लेन या सड़क परिवहन शुरू किया जाता है तो संक्रमण बढ़ सकता है। इसलिए आवागमन शुरू करने से पहले पूरी तरह विचार-विमर्श कर ठोस कदम उठाकर फैसला करने का अनुरोध किया है।