सभी देशों में कोरोना वायरस का संक्रमण वायु मंडल में मौजूद कण के रूप में फैला जो मनुष्य के शरीर मे पहुँचकर हानि पहुंचाई यदि समय रहते हुए सँभल जाते तो आज इस वायरस से गुजरना नही पड़ता हर व्यक्ति को अपनी जीवन शैली में बदलाव करने चाहिये उस भागदौड़ भरी जिंदगी में उस मार्ग पर निकल जाते है जहां फिर लौटना मुश्किल होता है जैसे सभी देश विकास करते गए केमिकल रसायन परमाणु बम मिसाइल सभी का अविष्कार करते गए लेकिन यह भूल गए कि इससे आम व्यक्ति के जीवन पर इसका क्या असर होगा जो रसायन केमिकल हवा के जरिए मनुष्य को कितना प्रभावित करेगी यदि सभी देश समय से पहले सँभल जाते तो आज स्थिति इतनी गम्भीर नही होती जो आज व्यक्ति की जान जा रही है सबका अविष्कार किया लेकिन बीमारी से लड़ने के लिये रिसर्च नही करी प्रकृति को जितना नुकसान होगा उससे ज्यादा मनुष्य को होगा पहले के लोगो का जीवन देखा जाए तो वह हर बीमारी से लड़ने के लिये तैयार रहते थे रिसर्च करते थे प्रकति से ही उनका जीवन चलता था प्रकृति के अनुरूप कार्य करते थे इसलिये उनका जीवन उम्र लंबी होती थी बीमारी इतनी नही थी जितनी आज वर्तमान और भविष्य में होने वाली है । यह सभी देश को समझना होगा कि किस मार्ग पर जाना है बीमारी से लड़ना है तो प्रकति के अनुरूप कार्य करे उसके विपरीत नही तभी आने वाली पीढ़ी का भविष्य ठीक हो सकता है हर बीमारी का इलाज प्रकति में ही छिपा रहता है बस मनुष्य को खोज करनी पड़ती है जीवन शैली को अच्छा रखना है तो खाना वह खाए जो शरीर के लिये अच्छा हो वह नही जिसमे सबसे ज्यादा वायरस संक्रमण से शरीर मे पहुँचते है। समय नियम अपने आहार का ध्यान रखे तो वह सभी बीमारी को हरा सकता है । हर प्राणी जीव पक्षी मनुष्य से ज्यादा समझदार है कर्म वह भी करते है लेकिन जीते प्रकृति के अनुरूप समय नियम से चलते है सूर्य से पहले उठते है सूर्य के अस्त होते ही अपने अपने घोसलों में चले जाते सीखना है तो इन जंगल के प्राणी से सीखना चाहिए कितना सम्मान करते है प्रकृति का मनुष्य सिर्फ अपना सवार्थ देखते है।
सभी देशों में कोरोना वायरस का संक्रमण वायु मंडल में मौजूद कण के रूप में फैला जो