पेड़ मनुष्य लो लाभ ही देते हैं कभी हानि नही पहुँचाते है

पेड़ मनुष्य लो लाभ ही देते हैं कभी हानि नही पहुँचाते है  शुद्ध हवा मनुष्य के शरीर मे पहुँचकर हर बीमारी को  दूर करती है सभी देशों में गम्भीर बीमारी फैल रही है उन सबकी जिम्मेदार स्वयं मनुष्य ही रहा अपने सवार्थ के लिये  हरियाली को  खत्म किया जब पेड़ को तेजी से काटा गया वायु प्रदूषण का स्तर तेज़ी से बढ़ा यह मनुष्य के शरीर के अंदर  गया इसका असर फेफड़ो में पहुँचा जो संक्रमण वायरस  का रूप  लिया आज जब व्यक्ति बीमारी में जकड़ा है तो भविष्य में इसकी स्थिति क्या होगी पेड़ो को काटना प्रकति को नुकसान पहुंचाना आसान है लेकिन दर्द उस पेड़ को भी होता है रक्त की धारा उसके पेड़ के तने से निकलती है इसी तरह किसी प्राणी या जीव को मारा जाता है दर्द उसे भी होता यही उसके  निकले आंसू प्रकर्ति के क्रोध के रूप में मनुष्य से बदला लेते है चाहे वह किसी भी रूप में हो प्रकृति को नुकसान देना इसका परिणाम सामने आ गया है बीमारी के रूप में  सामने है । मनुष्य की गलती के जिम्मेदार वह स्वयं होता है जिसने धरती से लेकर आकाश तक को खराब किया है ग्लोबल वामिंग के कारण गेलशियर पिघले है यदि अभी भी मनुष्य नही सभले तो भविष्य में आने वाली पीढ़ी को नुकसान होगा।