नई दिल्ली/भोपाल. करीब 22 घंटे की ना-हां, हां-ना के बाद आखिरकार ज्योतिरादित्य सिंधिया का इस्तीफा आ ही गया। होली के दिन दोपहर 12.10 बजे सिंधिया ने कांग्रेस की प्राथमिक सदस्यता से इस्तीफे की चिट्ठी ट्वीट कर दी। हालांकि, ये चिट्ठी 9 मार्च को ही लिख ली गई थी। महज 20 मिनट बाद कांग्रेस ने सिंधिया को पार्टी से बर्खास्त कर दिया। 5 मिनट बाद ही दोपहर 12.35 बजे सिंधिया समर्थक 19 विधायकों ने हाथ से लिखा इस्तीफा विधानसभा अध्यक्ष को भेज दिया। कांग्रेस के ये सभी विधायक सोमवार से ही बेंगलुरु में हैं। शाम करीब पौने छह बजे उनके इस्तीफे लेकर भाजपा के नेता स्पीकर एनपी प्रजापति के पास पहुंच गए। शाम 4:45 बजे तक इस्तीफा देने वाले कांग्रेस विधायकों की संख्या बढ़कर 22 हो गई।
इससे पहले दोपहर 2 बजे पूर्व मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान मीडिया के सामने आए। उनके साथ मौजूद थे कांग्रेस के 20वें विधायक बिसाहूलाल सिंह। बिसाहूलाल ने भी कांग्रेस से इस्तीफे की घोषणा कर दी। उन्होंने कहा कि ‘आने वाले समय में अधिकांश कांग्रेस विधायक भाजपा में शामिल होने वाले हैं।' उनके बगल में मौजूद शिवराज ने लगे हाथ दावा किया कि ‘कांग्रेस विधायक एंदल सिंह कंसाना ने भी विधानसभा सदस्यता छोड़ दी है और भाजपा में आने वाले हैं।’ 3.45 बजे कंसाना और 4:25 बजे मनोज चौधरी के इस्तीफे की खबर आई। अब तक कुल 22 इस्तीफे हो चुके हैं।इसी बीच, ज्याेतिरादित्य सिंधिया ने दिल्ली में चलते-चलते कुछ मिनटों के लिए मीडिया से बातचीत की। सवालों की बौछारों के बीच कहा- ‘मुझे जो कहना था, इस्तीफे में कह दिया है। हैप्पी होली।’ और कार ड्राइव करते हुए निकल गए। सिंधिया 2001 में कांग्रेस में शामिल हुए थे। वे 11 से 13 मार्च के बीच भाजपा में शामिल हो सकते हैं।