दिल्ली की जनता ने सत्ता में बिठाया नेताओ ने अपने अपने भाषणों से जनता को खूब लुभाया
जब सता मिली हिंसा की आग में बेगुनाह की जाने गई जनता के घरों में आग लगी
तब कहा थे सभी नेता सबके धर सुरक्षित थे सिर्फ जनता के घरों में आग की तबाही मची थी ।
दिल्ली की जनता आँख बंद कर वोट करती है होश में वोट किया होता तो उन्ही के लोगो ने जनता का घर नही जलाया होता हिन्दू हो या मुस्लिम घर तो सभी के जले मुस्लिम ने जिसे पार्षद बनाया था उसी ने घर जलाया था ।
धर्म पर नही अपने कर्म के अनुसार कार्य करो आँख बंद कर विश्वास नही करो।
दिल्ली की जनता ने सत्ता में बिठाया नेताओ ने अपने अपने भाषणों से जनता को खूब लुभाया