भारत शांति का देश है सभी धर्म के लोग यदि भारत को अपनी जन्म भूमि मानते है तो शांति से रहना चाहिये भारत मे शांति तभी हो सकती है जब सभी लोग आपस मे मिल जुलकर रहे किसी के बहकावे में नही आकर अपने समय के महत्त्व को समझे व्यर्थ की बातों को निकालकर किसी के बहकावे में नही आकर शांति और सोहाद्र बनाए रखना चाहिये कोई भी धर्म हिंसा नही चाहता है सभी धर्म मे ईश्वर ने शांति का संदेश दिया है ईश्वर यह नही कहता है कि हिंसा के मार्ग पर चलो वह कर्म के मार्ग पर पहले ज्ञान दिया है भारत की रक्षा सुरक्षा करना सभी धर्म की जिम्मेदारी होती है जहां अधर्म फैलता है वहा उस देश का विकास रुक जाता है वह पिछड़ा देश बन जाता है भारत को आगे ले जाना है तो सभी धर्म के लोगों को एक साथ आकर विकास के कार्यो में आगे आना चाहिये किसी भी गलत फहमी में नही रहकर अपना काम करे जो लोग हिंसा फैलाते है वह किसी के नही होते है ना किसी धर्म के होते है शांति से काम करना चाहिये ।
भारत शांति का देश है सभी धर्म के लोग यदि भारत को अपनी जन्म भूमि मानते है