भोपाल। जब मैं भोपाल का महापौर बना, तो शहर का बेटा होने के कारण मेरे दिल में शहर के लिए बहुत कुछ कर गुजरने की हसरत थी। बहुत संतोष है कि इसमें से काफी कुछ कर भी सका। मेरा हमेशा मानना रहा है कि विकास के कामों में राजनीति आड़े नहीं आनी चाहिए। मैंने शहर से जुड़े किसी भी मामले में यह नहीं देखा कि वहां भाजपा का पार्षद है या कांग्रेस का। यह कहना है- भोपाल शहर के महापौर आलोक शर्मा का, जिनका कार्यकाल 19 फरवरी को खत्म होने जा रहा है।
लोग सोचें हमारा है भोपाल, तब होगा शहर का विकास