हिन्दुस्तान शिखर समागम' में CM योगी बोले- देश को तय करना होगा, गांधी का भारत चाहिए या जिन्ना का

उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ में आयोजित हिन्दुस्तान शिखर समागम के मंच पर आज देश के विकास को लेकर आज चर्चा हुई। उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने अपनी सरकार के तीन साल का लेखा-जोखा रखा। उन्होंने एक्सप्रेसवे से लेकर महिला सुरक्षा के मुद्दे पर अपनी बात रखी। यूपी के पूर्व सीएम अखिलेश यादव पर निशाना साधाते हुए कहा कि यूपी में समाजवाद का मतलब सिर्फ परिवारवाद होकर रह गया है।


इससे पहले इस मंच से केंद्रीय मंत्री स्मृति ईरानी, कांग्रेस प्रवक्ता गौरव वल्लभ, राजद नेता मनोज झा, असदुद्दीन ओवैसी, सुधांशु त्रिवेदी, सपा मुखिया अखिलेश यादव, खिलाड़ी मुमताज, काजल, खुशबू, तिग्मांशु धूलिया, स्वरा भास्कर, जीशान अयूब और आयुष्मान खुराना ने अपनी बातें रखीं।


हिन्दुस्तान शिखर समागम के दूसरे सत्र में स्मृति ईरानी ने कांग्रेस पर हमला बोलने के साथ ही केंद्र सरकार के कामों को गिनाया। उन्होंने कहा कि यह देश सबका है, किसी माइनॉरिटी या मेजोरिटी का नहीं। तीसरे सत्र में कांग्रेस प्रवक्ता गौरव वल्लभ ने कहा कि सरकार अर्थव्यवस्था और रोजगार पर बात नहीं करती, बल्कि हर चीज में पाकिस्तान से तुलना करती है। राजद प्रवक्ता और सांसद मनोज झा ने कहा कि हम महासागर हैं, हमें तालाब से तुलना नहीं करनी चाहिए। चौथे सत्र में एथिलीट खुशबू गुप्ता, हॉकी खिलाड़ी मुमताज खान और एथिलीट काजल शर्मा ने अपनी बातें रखीं। पांचवें सत्र में ओवैसी और सुधांशु की नोकझोंक देखने को मिली। ओवैसी ने कहा कि एनआरसी से करीब 8 करोड़ लोग प्रभावित होंगे, वहीं सुधांशु ने कहा कि सरकार ने अभी ड्राफ्ट भी नहीं किया है। हिन्दुस्तान शिखर समागम के छठे सत्र में सपा मुखिया अखिलेश यादव ने स्पष्ट कहा कि समाजवादी पार्टी एनपीआर का फॉर्म नहीं भरेगी और वह एनआरसी-एनपीआर और सीएए के खिलाफ हैं।