गांधीजी के आदर्शो सिधान्तो पर उस समय सभी महान नेता चलते थे चाहे वह किसी भी पार्टीयो के हो सभी उनका सम्मान करते थे गांधीजी सात्विक आहार नियम से चलने वाले उस समय कोई भी महान नेता मादक द्रव्यों से दूर रहते थे क्योंकि गांधीजी का सम्मान उनका अपमान करना नही था वह भी उसी तरह सात्विकता बनाए रखते थे लेकिन आज कुछ पार्टीयों के नेता गलत खाते है और अपनी वाणी से गलत शब्द बोलते है यही हिंसा अधर्म है गांधीजी सुबह शाम मुख में राम का नाम होता था आज सभी भगवान राम का अपमान करते नजर आते है जनता सिर्फ सत्ता में बिठाती है यह कुर्सी भी बड़ी गाड़ियां भी जनता की है इसलिये अहंकार नही करना चाहिये जनता ने दिया है सब कुछ आज बदलती हुई राजनीति में बदलाव की जरूरत होती है उस समय इतने साधन सेनाओ के पास नही होते थे लेकिन आज सेनाओ के पास बहुत मिसाइल है जो दुश्मनो को एक बार मे धूल में मिला सकती है सेनाओ का शौर्य पहले भी था अब और मजबूत हुआ है कम समय मे बहुत अच्छा काम किया उनके हौसले की तारीफ करनी चाहिए कैसे पाकिस्तान को सबक सिखाया आज सेना है तो भारत चैन की नीद सोता है सेना बॉर्डर पर पहरा देती है तब वह रात भर जागकर जनता की रक्षा करते है ऐसे सेना है भारत की जो दुश्मनो के सामने झुकती नही झुकाती है अपनी जान की बाजी लगाकर जो सेना का अपमान करते है वह जरा उनकी जगह लेकर देखे तब पता लगेगा कि कैसे अपने परिवार को छोड़कर धर्म निभा रहे है भारत की रक्षा के लिये गांधीजी के आदर्शो को वो ही मानता है जो सच्चे दिल से राष्ट् भक्ति करता है नि सवार्थ भाव से जो सत्ता में बैठने के लिये नही जनसेवा के लिये होता है जिसका कोई परिवार नही वही सत्ता का अधिकारी होता है ।
गांधीजी के आदर्शो सिधान्तो पर उस समय सभी महान नेता चलते थे