दिल्ली : मनोज तिवारी ने ट्वीट कर कहा - ताहिर के साथ आकाओं को भी मिले कड़ी सजा

नई दिल्ली : नागरिकता संशोधन एक्ट के नाम पर दिल्ली में हुई हिंसा अब थम गई है. लेकिन दिल्ली की सड़कों पर अभी भी दहशत का माहौल है, हिंसा के बाद का मंजर दिल्ली वालों को डरा रहा है. गुरुवार रात तक हिंसा में मारे जाने वालों का आंकड़ा 38 तक पहुंच गया, जबकि सैकड़ों की संख्या में घायल हैं. दिल्ली की गलियों में सुरक्षाबलों की ओर से लगातार शांति बनाए रखने की अपील की जा रही है. उत्तर पूर्वी इलाके में हुई हिंसा की जांच करने के लिए पुलिस की ओर से SIT का गठन किया गया है.


 


आम आदमी पार्टी के नेता संजय सिंह ने एक बार फिर बीजेपी पर तीखा हमला बोला है. शुक्रवार को उन्होंने ट्वीट कर लिखा, ‘‘दिल्ली जल गई, 38 लोगों की जान चली गई, दुकान-मकान जलाए गए. हाई कोर्ट, सुप्रीम कोर्ट ने कहा “भड़काऊ बयान देने वाले कपिल मिश्रा, प्रवेश वर्मा, अनुराग ठाकुर पर FIR करो”. भाजपा और केन्द्र सरकार पूरी बेशर्मी के साथ दंगा भड़काने वालों के साथ खाड़ी है, कब होगी, इन दंगाईयों पर FIR?’


दिल्ली पुलिस के प्रवक्ता एमएस रंधावा ने गुरुवार को जानकारी दी कि अबतक पुलिस ने 48 FIR दर्ज कर ली हैं, जबकि 106 को गिरफ्तार किया गया है. रविवार के बाद तीन दिन तक दिल्ली में हिंसा होती रही, लेकिन गुरुवार को कोई हिंसा का मामला सामने नहीं आया. हालांकि, पुलिस की ओर से अभी हिंसा प्रभावित इलाके में सर्च ऑपरेशन चलाया जा रहा है. ताकि घायलों का पता लगाया जा सके.


उत्तर पूर्व इलाके में हुई हिंसा को लेकर दिल्ली पुलिस ने जांच कमेटी का गठन किया है. क्राइम ब्रांच की 2 SIT इसकी जांच करेगी, जिसमें एक की अगुवाई DCP राजेश देव और दूसरे की जॉय टिर्की करेंगे.


पुलिस का कहना है कि अभी भी कई सीसीटीवी फुटेज की जांच की जा रही है और इसी आधार पर आगे गिरफ्तारियां होंगी. हिंसा के बाद लोगों में डर का माहौल है, ऐसे में दिल्ली पुलिस की ओर से अमन कमेटियों की बैठक की जा रही हैं, ताकि लोगों में भरोसा पैदा किया जा सके.


दिल्ली सरकार की ओर से गुरुवार को हिंसा के बारे में प्रेस कॉन्फ्रेंस की गई, इस दौरान मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने ऐलान किया कि राज्य सरकार हिंसा में मारे गए लोगों के परिजनों को दस-दस लाख रुपये का मुआवजा दिया जाएगा. इसके अलावा प्राइवेट अस्पतालों का खर्च भी दिल्ली सरकार उठाएगी.