गुना. कांग्रेस के राष्ट्रीय महासचिव ज्योतिरादित्य सिंधिया और राज्यसभा सांसद दिग्विजय सिंह के बीच अकेले में मुलाकात नहीं हो सकी। समय की कमी के चलते दोनों नेताओं के बीच होने वाली बैठक टाल दी गई है। सोमवार को दोनों नेताओं की मुलाकात हुई, लेकिन वह रोड पर हुई। दोनों गर्मजोशी से मिले और एक-दूसरे को फूलमाला पहनाकर स्वागत किया। इस दौरान दिग्विजय के बेटे जयवर्धन सिंह भी मौजूद थे। हालांकि उनके होने की संभावना कम ही थी। पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह गुना से आरोन के लिए रवाना हो गए हैं, वहां से इंदौर जाएंगे।
दिग्विजय ने कहा- हमारे बीच कोई तनातनी नहीं
पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह ने कहा कि उनकी ज्योतिरादित्य सिंधिया से कोई तनातनी नहीं है। उन्होंने सिंधिया को ‘महाराज’ के नाम से संबोधित करते हुए कहा कि ‘महाराज’ से उनके बहुत अच्छे संबंध हैं। सिंधिया और सिंह की प्रस्तावित मुलाकात को लेकर यहां जगह और समय तय हो गया था, लेकिन दोनों नेताओं की व्यस्थता के चलते यह संभव नहीं हो सका और सड़क पर ही दोनों नेताओं की मुलाकात हुई, इसके बाद दोनों चले गए।
सिंधिया समर्थकों ने शहर में लगाए होर्डिंग पोस्टर, दिग्विजय गायब
इस बैठक को लेकर तमाम राजनीतिक मायने निकाले जा रहे थे, लेकिन शहर में लगाए गए होर्डिंग और बैनरों ने कांग्रेस में गुटबाजी को हवा दी। जहां सिंधिया समर्थकों ने शहर को होर्डिंग और बैनरों से पाट दिया, लेकिन इसमें दिग्विजय सिंह का फोटो नहीं दिखाई दिया। प्रदेश सरकार के कैबिनेट मंत्री भी सिंधिया के साथ कार्यक्रम में शामिल हो रहे हैं। वहीं ज्योतिरादित्य सिंधिया चुनाव हारने के बाद दूसरी बार गुना आए हैं।