चीन समेत पूरी दुनिया में तहलका मचाने वाला कोरोना वायरस छत्तीसगढ़ में किसी को संक्रमित नहीं कर पाया, लेकिन इस वजह से बाजार के कई सेगमेंट बुरी तरह टूटते नजर अा रहे हैं। इलेक्ट्रॉनिक्स, खासतौर से मोबाइल पार्ट्स और चाइनीज लाइट्स से लेकर खिलौने और सजावटी सामानों के बाजार में कोरोना की वजह से महंगाई बढ़ने लगी है। चैंबर का अनुमान है कि पिछले दो माह के भीतर राजधानी और प्रदेश के व्यापारियों ने चीनी सामान के 500 करोड़ रुपए से ज्यादा के आर्डर कैंसिल कर दिए हैं। इसका असर इस तरह नजर आ रहा है कि राजधानी के बाजार में मोबाइल एसेसरीज की कीमत 10 से 100 रुपए तक बढ़ गई है। होली में बिकने वाली चाइनीज पिचकारियां स्टाॅक में हैं, लेकिन रेट 20 फीसदी तक बढ़ने की आशंका है। चाइनीज लाइटें यानी एलईडी झालरों में 50 से 500 रुपए तक की वृद्धि का अंदेशा है। सबसे बड़े व्यापारिक संगठन छत्तीसगढ़ चैंबर और कैट का दावा है कि आयात के आर्डर कैंसिल होने से यह स्थिति बनी है।
राजधानी के कई बड़े कारोबारियों का बड़ा व्यापार चीनी सामान पर निर्भर है। उनका दावा है कि आने वाले दिनों में दवाइयां, फर्नीचर, होम डेकोरेटिव आइटम, चाइनीज टाइल्स और खिलौने महंगे हो सकते हैं। अभी ज्यादा असर इसलिए नहीं है क्योंकि अभी पुराना स्टाॅक बचा है जो 15 मार्च तक चलेगा। तब तक अायात शुरू नहीं हुआ तो कीमतें बढ़ने लगेंगी। जहां तक मोबाइल, कंप्यूटर और अन्य गैजेट्स का सवाल है, इनके रेट 30 फीसदी तक बढ़ गए हैं।
चीन से टॉप ब्रांड के अलावा नॉन-ब्रांडेड टाइल्स, बाथरूम फिटिंग, सेनेटरी सामान, लाइट खिलौने, फर्नीचर, बिल्डर हार्डवेयर, फुटवियर, कपड़े, फर्निशिंग फैब्रिक, एफएमसीजी उत्पाद, गिफ्ट आइटम, घड़ी, मोबाइल उपकरण, इलेक्ट्रॉनिक, बिजली, चिकित्सा और सर्जिकल उपकरण, फार्मास्युटिकल्स, आयरन, स्टील के अन्य लंबे उत्पाद, कम लागत वाले एसी, इंजीनियरिंग प्रोडक्ट, रसायन, निर्माण उपकरण, रसोई उपकरण, ऑटो स्पेयर पार्ट्स, मशीनरी आइटम, कागज, स्टेशनरी आइटम, फर्टीलाइजर, कंप्यूटर एवं पार्ट्स, सोलर पैनल, कॉस्मेटिक्स, प्लास्टिक, अगरबत्ती बनाने के लिए बांस की छड़ें आदि सामान मंगाए जाते हैं।