बुंदेलखंड में एक्टिव हुए सत्यव्रत चतुर्वेदी

कांग्रेस नेता एवं राज्यसभा के पूर्व सदस्य सत्यव्रत चतुर्वेदी करीब सवा साल बाद एक बार फिर से बुंदेलखंड में सक्रिय हो गए हैं। वे पिछले कुछ दिनों से छतरपुर जिले के गांव-गांव में घूम रहे हैं। वे सौ से ज्यादा गांवों का दौरा कर चुके हैं। हालांकि वे पूर्व में यह दावा कर चुके हैं कि वे राजनीति छोड़ चुके हैं। सत्यव्रत चतुर्वेदी राज्यसभा में रहने के दौरान यह कह चुके थे कि वे राजनीति छोड़ रहे हैं, लेकिन सवा साल पहले हुए विधानसभा चुनाव में अपने बेटे के चुनाव प्रचार में समाजवादी पार्टी से वे सक्रिय दिखे थे। इसके बाद वे फिर से राजनीति से दूर हो गए थे। अब अचानक वे इन दिनों छतरपुर के ग्रामीण क्षेत्रों के दौरे पर हैं। 22 फरवरी से लगातार उनका दौरा चल रहा है। इस दौरान वे तीन रात अलग-अलग गांव में रुके।


पंचायत चुनाव को लेकर लगाए जा रहे कयास
चतुर्वेदी के अचानक सक्रिय होने से यह कयास लगाया जा रहा है कि पंचायत चुनाव से पहले वे अपने लोगों को सक्रिय करने के लिए निकले हैं। इस साल प्रदेश में पंचायत चुनाव होना है। ऐसे में बुंदेलखंड के कई जिलों में चतुर्वेदी की भूमिका भी अहम होगी।


नहीं निकाला था कांग्रेस ने
विस चुनाव के दौरान चतुर्वेदी ने अपने बेटे के पक्ष में चुनाव प्रचार किया था। उनके बेटे ने कांग्रेस से टिकट न करने पर बगावत कर समाजवादी पार्टी से चुनाव लड़ा था। इसके बाद भी कांग्रेस ने चतुर्वेदी को पार्टी से नहीं निकाला था।