भारत में ज्ञान का भंडार प्राचीन काल से है

भारत में ज्ञान का भंडार प्राचीन काल से है यह ऋषियों और तपस्वियों की कर्म भूमि है वेद शास्त्र का अध्धयन प्राचीन सभ्यता से ही भारत मे विकसित हुआ पहले भी रिसर्च होती थी भारत मे हर विषयो पर गहन अध्ययन कर खोज की जाती थी प्रकति  की रक्षा जल की उपयोगिता को समझा जाता था पेड़ो को पूजनीय मानते थे लेकिन जैसे सभ्यता का विकास हुआ वैसे  भारत की संस्कर्ति को नुकसान पहुँचा धर्म का अपमान हुआ मुगलो के शासन में जिस तरह से मंदिरो को तोड़ा गया  मूर्ति को खंडित किया  गया  भारत खंड खंड  में विभाजन हुआ अलग अलग हिन्दू धर्म मे बट गया मुगलो ने इस्लाम लेकर आए हिन्दुओ का धर्म परिवर्तन कराया गया अत्याचार हुएं उनके साथ भारत का जब बटवारा हुआ तब भी पाकिस्तान वही हिन्दुओ के साथ भेद भाव हुआ उन पर वर्तमान में  भी अत्याचार हो रहे है मुगल यो चले गए  लेकिन अभी भी हिन्दुओ की जनसंख्या आज़ादी के बाद कम होती गई उनका अस्तित्व पाकिस्तान में कम ना हो जाए इसके लिये भारत मे शरण मिली नागरिकता भारत ने जितना सहन किया है उतना किसी भी देश ने नही किया ।


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